मुझे प्रतीक्षा है कबसे उस दिन की जब नमस्ते भी हो और वालेकुम सलाम भी मुझे प्रतीक्षा है कबसे उस दिन की जब नमस्ते भी हो और वालेकुम सलाम भी
मुझे डर है, कहीं फूट न जाऐं मज़हबी दंगो में दबकरफिर भी कहाँ जाऐगा जात पात के चंगुल से बचकरक्या, मा... मुझे डर है, कहीं फूट न जाऐं मज़हबी दंगो में दबकरफिर भी कहाँ जाऐगा जात पात के च...
ना होता हैं कोई जाति-पाती का भेद भाव ना होता हैं कोई जाति-पाती का भेद भाव
नहीं देखते लोग मन की सुंदरता लोगों को भांति बस चेहरे की ही सुंदरता नहीं देखते लोग मन की सुंदरता लोगों को भांति बस चेहरे की ही सुंदरता
भूख से रोता हुआ कोई बच्चा न कोई मिले। भूख से रोता हुआ कोई बच्चा न कोई मिले।
छोड़ो ये सब मसले यारों, हर एक को इंसान कर दो ना! छोड़ो ये सब मसले यारों, हर एक को इंसान कर दो ना!